क्य़ा सच में इंसान
पत्थर दिल होता
पत्थर के नीचे ही होता
चश्मे का सोता
हरयाली कि आस भी
ज़िन्दगी का एहसास भी
मुश्किलो में उमंग के साथ
पत्थर के नीचे
ज़िन्दगी के हाथो में हाथ
एक जहाँ सजता
तो कैसे इंसान
पत्थर दिल हो सकता
पत्थर दिल होता
पत्थर के नीचे ही होता
चश्मे का सोता
हरयाली कि आस भी
ज़िन्दगी का एहसास भी
मुश्किलो में उमंग के साथ
पत्थर के नीचे
ज़िन्दगी के हाथो में हाथ
एक जहाँ सजता
तो कैसे इंसान
पत्थर दिल हो सकता